इंजन के बंद होते ही टिक–टिक की आवाज आती है। इसके पीछे के साइंटिफिक रिजन को आज के इस आर्टिकल में जानेंगे।
बाइक का इंजन के बंद होते ही उससे टिक -टिक की आवाज आती है। दरअसल, जब आप एक लंबी मोटरबाइक राइडिंग करके आते हैं तो आपको बाइक के इंजन में से टिक -टिक की आवाज आती हुयी सुनायी पड़ती होगी। हालाँकि स्टार्टिंग में आप परेशान हो जाते होंगें।दूसरा, मन में शंका हो जाता होगा कि कहीं बाइक के इंजन में कोई प्रॉब्लेम तो नहीं है । परंतु, आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि आज के इस टॉपिक में मैं आपको इसका रियल फंडा बताने वाला हूँ।

बाइक के इंजन बंद होते ही टिक- टिक आवाज का साइंटिफिक रिजन :
दरअसल आपको पता होगा कि गाड़ी से निकलने वाले धुआँ में कई हानिकारक तत्व होते हैं। जैसे कार्बन मोनो आक्साइड , इसके साथ ही इसमें हाइड्रो कार्बन और नाईट्रोजन आक्साइड भी होता है । चूकिं ये सभी हानिकारक प्रदूषक कण है। जो हमारे वायुमंडल को प्रदूषित तो करता ही है। दूसरा, ये अम्लीय वर्षा और स्माग के कारण भी बनते हैं । इसलिए, प्रदूषण कम हो इस वजह से बाइक में एग्ज़ॉस्ट पाइप लगाया जाता है, जिसे साइलेन्सर कहते हैं। उसमें catalytic converter लगाया जाता है । ये कन्वर्टर इन हानिकारक तत्वों से रिएक्ट करके कार्बन मोनो आक्साइड को कार्बन डाई आक्साइड और जल में कन्वर्ट करता है। इसके अलावे नाइट्रोजन आक्साइड को नाइट्रोजन और ऑक्सीजन में कन्वर्ट करता है ।
ऐसे में जब आप बाइक चलाते हैं तो साइलेन्सर के गर्म होने पर कन्वर्टर के अंदर के पाइप भी गर्म हो जाता है। परिणामस्वरूप, ये गर्म होकर फैल जाता है । इसके बाद जब बाइक को बंद करते हैं तो ये पाइप भी ठंढा होने लगता है। उसके बाद, ठंढा हो कर धीरे -धीरे सिकुड़ने लगता है । इस प्रोसेस की वजह से टिक -टिक की आवाज आती है । इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है बल्कि इससे आपका इंजन बिल्कुल ठीक रहता है । इसलिए, अगली बार आपकी बाइक के इंजन से टिक – टिक की आवाज आए तो घबराने का नहीं बल्कि बिंदास रहने का।
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